बेवफ़ा जिंदगी

सुबह से शाम तक गालियां
रात से सुबह तक का ये सफर
सजा ए ना मौत ना जिंदगी
ना मौत गले लगाती है
ना जिंदगी जीने देती है
लोगो के दूर व्यवहार से
कभी अपनो के किए वार से
मुस्किल से भरी ये जिंदगी
झूठा लोगो का साथ
भविष्य की चिंता में ये साल
मर जाऊ या जी लू ऐसे माहौल में
कुछ कमियां मोहर जैसी लगती है
ये जिलत भरी जिंदगी बेवफा सी लगती है...!
A silent person ✍️

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